शेयर बाजार क्या है ? What is Share Market in Hindi
What is Share Market in Hindi(share market kya hai) :दोस्तों आज हम शेयर मार्केट के बारे में बात करेंगे और>शेयर बाजार के बारे में पूरी तरह से basic जानकारी देंगे.
What is Share Market in Hindi(share market kya hai) :दोस्तों आज हम शेयर मार्केट के बारे में बात करेंगे और>शेयर बाजार के बारे में पूरी तरह से basic जानकारी देंगे.
हाल ही की कुछ वर्षों में शेयर बाजार के बारे में लोगों के प्रति जागरूकता काफी बड़ी है इसलिए शेयर बाजार की सही जानकारी होना बहुत जरूरी है क्योंकि कल जानकारी होने से आपको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
शेयर बाजार को अर्थव्यवस्था को मापने का यंत्र भी कहा जाता है, आप शेयर बाजार को देखकर आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारी इकोनामी किस तरफ जा रही है. हमारा देश विकासशील देश है जिसमें हमारे शेयर बाजार की अहम भूमिका है.
अब चलिए जानते हैं Stock Market यानी शेयर बाजार क्या है ? शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है जहां पर कंपनियों के हिस्से यानी Share खरीदे और बेचे जाते हैं किसी भी दूसरे बाजार की तरह शेयर बाजार में भी खरीदने और बेचने वाले आपस में मिलते हैं और एक दूसरे से मोलभाव करके एक Price पर खरीदी बिक्री करने के लिए सहमत होते हैं.
शेयर का मतलब होता है - “हिस्सा” शेयर मार्केट की भाषा में जब आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी में हिस्सेदार बन जाते हैं. शेयर को स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से खरीदा और बेचा जाता है.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज(BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(NSE).
जहां पर कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं. बीएसई और एनएसई में केवल लिस्टेड कंपनियों के शेयर ही ब्रोकर के माध्यम से खरीदे जाते हैं. कुछ सालों पहले तब बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज(BSE) में सीधे बोली लगाकर खरीद-फरोख्त करनी पड़ती थी. लेकिन कुछ सालों पहले से इंटरनेट क्रांति आने के कारण आप लोग घरों में कंप्यूटर पर बैठे Online इंटरनेट के माध्यम से शेयर buy Sell कर सकते हैं .
Primary Market: प्राइमरी मार्केट में कंपनियां जो स्टॉक एक्सचेंज में पहली बार listed होती है और अपने शेयर जारी करते हैं कंपनियां आईपीओ(IPO) के जरिए अपने शेयर बाजार में issue कर दी है और बाजार से पूंजी जुटाने का प्रयास करती हैं. सभी नई लिस्टेड कंपनियों के शेयर आईपीओ के जरिए प्राइमरी मार्केट में ही खरीदे जाते हैं.Secondary market: प्राइमरी मार्केट में कंपनी लिस्टेड होने के बाद फिर कंपनी के शेयर सेकेंडरी मार्केट यानी एक्सचेंज ट्रेडेड मार्केट में ट्रेड होने लगते हैं. यह एक रेगुलर मार्केट है, जहां पर लिस्टेड कंपनियों की shares की रोजाना खरीदी बिक्री चलती रहती है. सेकेंडरी मार्केट में निवेशक शेयर ब्रोकर के माध्यम से स्टॉक एक्सचेंज में अपने आर्डर को पूरा करते हैं और किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं.
शेयर बाजार में निवेश कैसे करें ? how to invest in share market in hindi
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सबसे पहले Demat Account खोलना पड़ता है . इसके लिए आपको एक ब्रोकर(Broker) के जरिए Stock Exchange(NSE,BSE) में Trading & Demat A/c खोलने की आवश्यकता है Trading & Demat A/c खोलने के बाद शेयरों की खरीद और बिक्री संभव हो जाती है.
आप या मैं सीधे स्टॉक एक्सचेंज में शेयर खरीद या बेच नहीं सकते स्टॉक एक्सचेंज में खरीदने और बेचने के ऑर्डर देने के लिए एक स्टॉकब्रोकर की जरुरत होती है. स्टॉक ब्रोकर एक ऐसी संस्था होती है जो स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड होती है जो स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए Authorized होती है जैसे - Upstox, एंजल ब्रोकिंग, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, शेरखान, जीरोधा etc.
Open Free Upstox Demat Account
स्टॉक ब्रोकर की सहायता से हम स्टॉक मार्केट में निवेश कर सकते हैं और किसी भी कंपनी का शेयर खरीद और बेच सकते हैं जब हम किसी स्टॉक ब्रोकर के पास जाते हैं तो वह हमारे लिए दो अकाउंट खोलता है ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट.
ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से आप पैसे जमा करके शेयरों की खरीदी और बिक्री कर सकते हैं.
ट्रेडिंग अकाउंट में आपको एक यूजर आईडी और पासवर्ड मिलता है जिसकी सहायता से स्टॉक ब्रोकर के सॉफ्टवेयर में लॉगिन करके आप शेयर खरीद और बेच सकते हैं.
Note:- स्टॉक ब्रोकर अपनी सेवा के बदले कुछ फीस लेता है जिसे ब्रोकरेज कहा जाता है आप स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखें कि ऐसा ब्रोकर चुने जो फीस कम ले और आपको सेवा बेहतर दे.
ट्रेडिंग अकाउंट में खरीदे गए शेयरों को रखने के लिए डीमेट अकाउंट की आवश्यकता होती है. पहले के समय में कागजी रूप से शेयर सर्टिफिकेट मिलते थे जो निवेशक को खुद संभाल कर रखने पड़ते थे लेकिन अब ऑनलाइन ही आपके शेयर डिपॉजिटरी अकाउंट में जमा हो जाते हैं जिसे डीमेट अकाउंट कहते हैं.
ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट खोलने के बाद आप किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं इसके लिए आपके अकाउंट में पैसे होना बहुत जरूरी है.
कई लोगों का सवाल होता है कि मिनिमम कितना बैलेंस जरूरी है इसके लिए कोई भी मिनिमम बैलेंस की आवश्यकता नहीं है आप ₹100 से ₹500 से भी शुरू कर सकते हैं. ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के लिए आपका अकाउंट आपके बैंक से लिंक होना बहुत जरूरी है जो आपका अकाउंट खोलने के टाइम ही आपका ब्रोकर कर देता है जिससे आप UPI या ऑनलाइन बैंकिंग से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं.
स्टॉक मार्केट में शुरुआत में निवेश करने वाले हर निवेशक की मन में यह सवाल होते हैं कि हम स्टॉक को कैसे खरीदे और बेचेंगे ? तो मैं आपको बता दूं आज स्टॉक मार्केट खरीदना और बेचना उतना ही आसान है जितना कि मोबाइल या व्हाट्सएप में मैसेज करना.
जब आपका ब्रोकर आपका ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट खोल देता है तो वह आपको USER ID और PASSWORD देगा. उस User ID और पासवर्ड की सहायता से आप उस ब्रोकर के सॉफ्टवेयर में लॉगिन करते हैं. फिर उस सॉफ्टवेयर की मदद से आप किसी भी शेयर को खरीदने और बेचने का आर्डर अपने ब्रोकर को देते हैं.
ब्रोकर आपका ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज (BSE,NSE) को भेजता है और जैसे ही आपका ऑर्डर पूरा होता है आपको उसका मैसेज मिल जाता है और आपके अकाउंट से उतने पैसे डेबिट हो जाते हैं और उतने शेयर ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाते हैं. जिन्हें आप भाव के ऊपर जाने पर उसी दिन(Intraday)में भी बेच सकते हैं या आप उसकी डिलीवरी ले जा सकते हैं.
आइए इसके बारे में जानते हैं
Intraday Trading- इसमें आप किसी शेयर को अपने पास रखने के लिए ना खरीद कर, बल्कि उसी दिन मुनाफा कमाने के लिए खरीदते हैं और उसी दिन बेच देते हैं तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं यह शेर आपके डीमेट अकाउंट में जमा नहीं होते हैं. इसके लिए आपको शेयर खरीदते समय इंट्राडे का ऑप्शन चुनना होगा.
Delivery based trading- जब आप खरीदे गए शेयर को अपने पास रखना चाहते हैं तो इसी Delivery based trading का आ जाता है और इसके लिए आपको स्टॉक खरीदते समय डिलीवरी का विकल्प चुनना होगा.
दोस्तों आशा है कि इस पोस्ट के माध्यम से आपके सवाल स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे करें स्टॉक मार्केट क्या है का जवाब मिल गया होगा अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगे तो हमें कमेंट जरूर करें
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